Talavya kriya Hindi
Talavya kriya Hindi
ताळव्यक्रिय:
ताळव्यक्रिय:
ताळव्यक्रिय तीन भाग है! यह क्रियायोग में एक भाग है! इस का वजह से मणिपुरचक्र में स्पंदन लभ्य होगा! इतना ही नहीं, मणिपुरचक्र से कूटस्थ तक रास्ता क्लियर (Clear) होजायेगा, और currents शीघ्रगती से सहस्रार पहुंचेगा, और साधक का समाधि मिलजाएगा!
सीदा बैठिये, पूरब को सामना कीजिए, मन और दृष्टि कूटस्थ में रखिये!
प्रथम भाग :
जीब को तालु का साथ लगाके नीचे शब्द करते हुवे लाना चाहिये! वैसा 108 पर्याय करना चाहिए!
द्वितीय भाग :
जीब को साँप जैसा sides को और उप्पर नीचे करना चाहिये! वैसा 108 पर्याय करना चाहिए!
तृतीय भाग :
जीब को मोड़ के रखिये! अलिजिह्वा (Uvula)का पीछे उपस्थित बिळ में इस मोडा हुआ जीब को रखना चाहिये! इस के लिए दोनों उंगलीयों से बंध
(frenulum) को दबाके पीछे ठोकना चाहिए! वैसा 108 पर्याय करना चाहिए!
Comments
Post a Comment