शरीर विज्ञानशास्त्र (Anatomy) —क्रियायोग Part 1
शरीर विज्ञानशास्त्र ( Anatomy) — क्रियायोग भौतिक और आध्यात्मिक व्यत्यास मनुष्य और पशु इत्यादि नीचा जातियों का बीच ने अनेक है! उदाहरण के लिए: आत्मविश्वास , सौंदर्योपासना , हास्य प्रवृत्ति , मरण तथ्य इति ज्ञान , काल का ज्ञान , शब्दों का बीच का व्यत्यास , शब्द ज्ञान , संगीत ज्ञान , जीवित परमार्थ ज्ञान , शीतोष्ण स्थितियों का ज्ञान , शीतोष्ण स्थितियों का अनुसार कपड़ा धरने का ज्ञान , रेल , सड़क , आकाश , और समुद्र का उप्पर सफ़र करने का ज्ञान , सगोत्रीय और एक ही कुटुंब का लोगों का साथ विवाह अथवा संभोग नहीं करने का ज्ञान , आलोचना पूर्वक काम करने का ज्ञान , आवेश का साथ अथवा जन्मतः आनेवाले स्वभाव ( instinct) का मुताबिक़ नहीं करने का ज्ञान , प्रेम , आप्यायता , सहोदरभाव का ज्ञान , सुंदर कपड़ा पहने का ज्ञान , शरीर स्वभाव का मुताबिक़ और आरोग्य परिस्थितियों का मुताबिक़ आहार लेने का ज्ञान , कृषि से सभी चीजों मी आधिक्यता पाने का ज्ञान , अपना और साथियों का आरोग्य के लिए भगवान को प्रार्थना करने का ज्ञान , इत्यादि बहुत है! इसी हेतु मनुष्य मानव राक्षस , मानव पशु , मानव मानव